TY - BOOK AU - Tripathy, Krishnakumar T TI - Madhya Pradesh Kee Saanskritik Viraasat SN - 9393082286 U1 - 954.3 PY - 2023/// CY - New Delhi PB - Writers Choice KW - Communication & Journalism N1 - भारतीय जन-जीवन के कालक्रमिक विकास की अवधारणा को समझने में मध्यप्रदेश के पुराताŸिवक एवं सांस्कृतिक पर्यटन-स्थलों की प्रमुख भूमिका है। उŸार और दक्षिण के मध्य स्थित इस भू-भाग ने विविध सास्ंकृतिक तŸवों की उद्भावना में महŸव पूर्ण योगदान दिया है। वैदिक-साहित्य, महाकाव्य, पुराण तथा बौद्ध एवं जैन-साहित्य में हमारे कतिपय पर्यटन-स्थलों के संबंध में रोचक जानकारी मिलती है। मध्यप्रदेश का भू-भाग पुराताŸिवक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक विरासत से अत्यन्त समृद्ध है। मध्यप्रदेश में प्राचीन मंदिरों, देवी-देवताओं की असंख्य प्रतिमाओं, उत्कीर्ण अभिलेखों, विविध राजवंशों के सिक्कों, अभिलिखित मृण्मुद्रांकों के अतिरिक्त महाजनपदकाल से लेकर मध्यकाल तक के प्रचुर पुरावशेष विद्यमान हैं। प्राचीन स्मारकों, प्राचीन दुर्गों-किलों के अनेक भौतिक-साक्ष्य दृष्टिगत होते हैं। पर्यटन तथा लोक-कला, लोक-संस्कृति, लोकनृत्य, लोक-साहित्य इत्यादि में भी सामाजिक जन-चेतना दृष्टिगत होती है। यह पुस्तक मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक-विरासत के विभिन्न आयामों पर तथ्यपरक प्रकाश डालती है। ER -