Madhya Pradesh Kee Saanskritik Viraasat
Material type:
- 9393082286
- मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक विरासत
- 954.3 KRA
Item type | Current library | Call number | Copy number | Status | Date due | Barcode | |
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Jawaharlal Nehru Library | 954.3 KRI (Browse shelf(Opens below)) | NPH/24-25/IN-00605, 05/04/2025 | Available | 393496 | ||
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Jawaharlal Nehru Library | 954.3 KRI (Browse shelf(Opens below)) | NPH/24-25/IN-00605, 05/04/2025 | Available | 393497 |
भारतीय जन-जीवन के कालक्रमिक विकास की अवधारणा को समझने में मध्यप्रदेश के पुराताŸिवक एवं सांस्कृतिक पर्यटन-स्थलों की प्रमुख भूमिका है। उŸार और दक्षिण के मध्य स्थित इस भू-भाग ने विविध सास्ंकृतिक तŸवों की उद्भावना में महŸव पूर्ण योगदान दिया है। वैदिक-साहित्य, महाकाव्य, पुराण तथा बौद्ध एवं जैन-साहित्य में हमारे कतिपय पर्यटन-स्थलों के संबंध में रोचक जानकारी मिलती है। मध्यप्रदेश का भू-भाग पुराताŸिवक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक विरासत से अत्यन्त समृद्ध है। मध्यप्रदेश में प्राचीन मंदिरों, देवी-देवताओं की असंख्य प्रतिमाओं, उत्कीर्ण अभिलेखों, विविध राजवंशों के सिक्कों, अभिलिखित मृण्मुद्रांकों के अतिरिक्त महाजनपदकाल से लेकर मध्यकाल तक के प्रचुर पुरावशेष विद्यमान हैं। प्राचीन स्मारकों, प्राचीन दुर्गों-किलों के अनेक भौतिक-साक्ष्य दृष्टिगत होते हैं। पर्यटन तथा लोक-कला, लोक-संस्कृति, लोकनृत्य, लोक-साहित्य इत्यादि में भी सामाजिक जन-चेतना दृष्टिगत होती है। यह पुस्तक मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक-विरासत के विभिन्न आयामों पर तथ्यपरक प्रकाश डालती है।
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